बिलकुल सही कहा है शायद ये शडयन्त्र देश को तोदने के लिये ही है कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिये कितना गिर सकते हैं ये ठाकर्3ए परिवार को देख कर अन्दाज़ा लगाया जा सकता है धन्यवाद्
ये लोग व्यवस्था के चाकर हैं। व्यवस्था संकट में है। महंगाई बेरोजगारी बढ़ रही है। न्याय व्यवस्था लाचार है। ऐसे में लोगों का ध्यान हटाने के लिए कुछ तो होना चाहिए। क्या शिवसेना, क्या कांग्रेस। ये सब इस व्यवस्था के चाकर हैं। शिकार हर बार जनता ही होती है।
बिलकुल सही कहा है शायद ये शडयन्त्र देश को तोदने के लिये ही है कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिये कितना गिर सकते हैं ये ठाकर्3ए परिवार को देख कर अन्दाज़ा लगाया जा सकता है धन्यवाद्
जवाब देंहटाएंये लोग व्यवस्था के चाकर हैं। व्यवस्था संकट में है। महंगाई बेरोजगारी बढ़ रही है। न्याय व्यवस्था लाचार है। ऐसे में लोगों का ध्यान हटाने के लिए कुछ तो होना चाहिए। क्या शिवसेना, क्या कांग्रेस। ये सब इस व्यवस्था के चाकर हैं। शिकार हर बार जनता ही होती है।
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