tag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post2875243751693851324..comments2023-05-28T02:59:32.011-07:00Comments on आज का मुद्दा...........: भारतीय रेल : सुरक्षा और स्वच्छता से दूरअजय कुमार झाhttp://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-72970396824314192472010-06-02T20:33:51.534-07:002010-06-02T20:33:51.534-07:00आज के समय में सुरक्षा ही सबसे बडा नकारात्मक पक्ष ह...आज के समय में सुरक्षा ही सबसे बडा नकारात्मक पक्ष है रेलवे का।<br />अब तो हालांकि रेलवे ट्रेनों को समय से चलाने में भी तत्परता दिखा रहा है। एक आम आदमी भले ही ना समझ पाये, लेकिन रेलवे जानता है कि वो ट्रेनों को समय पर चलाने में कितनी मेहनत कर रहा है।<br />हां, गन्दगी भी बहुत बडी समस्या है। भिखारियों पर कोई अंकुश नहीं है। खाने-पीने की गुणवत्ता बेहद खराब है। अभी भी पुराने जमाने की रेल पटरियां बिछी हैं, हमेशा खड-खड खड-खड दिमाग को हिलाकर रख देती है। हालांकि इसमें भी सुधार किया जा रहा है।नीरज मुसाफ़िरhttps://www.blogger.com/profile/10478684386833631758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-55094206718531266992010-06-02T09:43:51.087-07:002010-06-02T09:43:51.087-07:00साफ़ सफाई की शिकायत तो हमें भी है! आप रेलवे ट्रैक क...साफ़ सफाई की शिकायत तो हमें भी है! आप रेलवे ट्रैक की तरफ तो देख ही नहीं सकते. आम तौर पे तौलिये और तकिया का खोल...दोनों ही गन्दा रहता है. 'री-यूस' करते हैं बिना धुलवाए हुए. मैंने उनके शिकायत पत्र में तीन बार लिखा है आजतक, लेकिन कभी कोई जवाब नहीं आया.Stuti Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/13636096522724161754noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-4494781813892814052010-05-30T18:07:42.145-07:002010-05-30T18:07:42.145-07:00बेहतरीन प्रस्तुति है,रेलवे का पूरा पोस्मार्टम कर द...बेहतरीन प्रस्तुति है,रेलवे का पूरा पोस्मार्टम कर दिया है !सुरेश शर्मा (कार्टूनिस्ट)https://www.blogger.com/profile/16518260733502785975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-41558323178241836332010-05-30T17:41:24.527-07:002010-05-30T17:41:24.527-07:00भारत में आबादी का दबाव बहुत है। उस से निपटने के उप...भारत में आबादी का दबाव बहुत है। उस से निपटने के उपाय बहुत कम। कल जयपुर गया था. जाते समय बस पकड़ी आते समय ट्रेन से आया। आते-आते कचूमर निकल गया। कार से जाता तो भी यही होता। 500 किलोमीटर की ड्राइव कचूमर निकाल देती। दूसरा कम से कम तीन गुना खर्च करना पड़ता। हाँ यदि अकेला न होता तो शायद दूसरा ही मार्ग चुनता।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-36112097316526871332010-05-30T13:33:23.637-07:002010-05-30T13:33:23.637-07:00jha ji vastavikta to ye hai ki ye sari samasyayen ...jha ji vastavikta to ye hai ki ye sari samasyayen delhi-bihar rout par hi kyu dikhti hai?is par vichar karenge to khud ko hi jyada doshi payenge.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10556282352508107055noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-24132887075633462042010-05-30T11:16:56.255-07:002010-05-30T11:16:56.255-07:00lagta hai kuchh railway wale bhi aapki post padh r...lagta hai kuchh railway wale bhi aapki post padh rahe hain,tabhi to 3 napasand ho gayi hain.IRFANhttps://www.blogger.com/profile/03558772132148066423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-70654176989062833482010-05-30T10:49:34.103-07:002010-05-30T10:49:34.103-07:00सारा दोष हम सरकार पर लगा देते हैं....सुरक्षा व्यवस...सारा दोष हम सरकार पर लगा देते हैं....सुरक्षा व्यवस्था तो ठीक है कि इस पर सरकार को ही ध्यान देना है...पर साफ़ सफाई में यात्री क्या करते हैं? जहाँ बैठते हैं वहीँ कूड़ा करते हैं...चाहे वो स्टेशन हो या रेल का डिब्बा ....कम से कम इसमें तो नागरिक भी मदद कर सकते हैं..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-30384140365343108272010-05-30T10:33:55.562-07:002010-05-30T10:33:55.562-07:00अनुशासन हीनता और कार्यों में लापरवाही का सर्वत्र ब...अनुशासन हीनता और कार्यों में लापरवाही का सर्वत्र बोलबाला है और उसे रोकने वाली व्यवस्था बेकार हो चुकी है ,क्या कहें आगे कैसे-कैसे कुव्यवस्था देखने को मिले ?honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-29250247124371962292010-05-30T10:31:17.073-07:002010-05-30T10:31:17.073-07:00पिछली बार देखा था तो साफ सफाई में निश्चित ही बहुत ...पिछली बार देखा था तो साफ सफाई में निश्चित ही बहुत सुखद परिवर्तन आया है. बाकी ओर भी ध्यान देने की जरुरत है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7207842174518478014.post-43787885577546061632010-05-30T10:23:55.249-07:002010-05-30T10:23:55.249-07:00रेलों में और स्टेशन परिसरों में यात्री सुविधाओं की...रेलों में और स्टेशन परिसरों में यात्री सुविधाओं की घोर कमी है न जाने कब ये कमी पूरी हो गई।Janduniahttps://www.blogger.com/profile/06681339283219498038noreply@blogger.com